श्रमयोग पत्र ब्यूरो
मोलेखाल, 6 जुलाई। आज मोलेखाल स्थित ब्लॉक सभागार में रचनात्मक महिला मंच की त्रैमासिक बैठक में स्वास्थ्य स्वावलंबन अध्ययन यात्रा के अनुभव साझा किये गए व अध्ययन यात्रा की सीखों के आधार पर आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य के विषय पर जागरूकता बहुत जरूरी है। बैठक में बोलते हुए रचनात्मक महिला मंच की अध्यक्षा सुनीता देवी ने कहा कि अध्ययन यात्रा के दौरान हमें स्वास्थ्य के अनेक पहलुओं को समझने में मदद मिली। संरक्षिका निर्मला देवी ने कहा कि स्वास्थ्य की जागरूकता व चेतना के लिए दीर्घकालीन कार्यक्रम बनाना चाहिए। इस अवसर पर मंच की सचिव बिना देवी व कोषाध्यक्ष धना बडोला ने भी अपने विचार रखे।
अध्ययन यात्रा के परिणामों को प्रस्तुत करते हुए श्रमयोग के शंकर दत्त ने कहा कि यात्रा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण तथ्य निकल कर आये। बहुत से ग्रामीण विशेषकर महिलाएं कई रोगों को अपने जीवन का हिस्सा मान चुकी हैं और बिना किसी इलाज के रोगों के साथ जी रही है। उन्होंने कहा की अध्ययन यात्रा के दौरान हमने पाया कि रोगों से बचाव की जानकारी की कमी और प्राथमिक स्तर पर सरकार की चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने के प्रति उदासीनता बीमारियों को उनके उच्च स्तर तक पहुंचा दे रही है। उच्च स्तर पर पहुँच जाने पर स्थानीय स्तर पर उपचार उपलब्ध नहीं होता और शहरों में जाकर उपचार कराने के खर्चों को वहन न कर पाने के कारन लोगों को बीमारी के साथ जीना पड़ता है। उन्होंने कहा की अध्ययन दल ने पाया कि खेती व पशुपालन के कम हो जाने से भोजन में विविधता भी काफी सिकुड़ चुकी है, जिसकी वजह से पर्याप्त पोषण नहीं मिल पा रहा है।
बैठक में बोलते हुए थला पंचायत के प्रधान विजय ध्यानी ने कहा की ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जैसे विषयों पर काम करने के लिए मजबूत व जिम्मेदार पंचायती राज का होना बहुत जरूरी है इसी क्रम में राज्य में होने वाले आगामी पंचायती चुनाव को लेकर भी चर्चा की गई, जिसमें रचनात्मक महिला मंच की सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया गया। मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि पंचायती राज में शामिल होकर ही पंचायती राज को मजबूत किया जा सकता है
बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि सल्ट (अल्मोड़ा) व नैनीडांडा (पौड़ी गढ़वाल) क्षेत्र में स्वस्थ्य स्वावलम्बन के लिए अभियान चलाने की जरूरत है। तय किया गया कि रचनात्मक महिला मंच व् श्रमयोग मिलकर अगले तीन वर्षों तक स्वस्थ्य स्वावलम्बन अभियान चलाएंगे। जिसको आगामी दो महीनो में अंतिम रूप दिया जायेगा।
बैठक में कई क्षेत्रीय समस्याओं जैसे खेती-बाड़ी, पशुपालन, मानव-वन्यजीव संघर्ष पर भी चर्चा की गई।
बैठक में श्रम सखी नंदी देवी, बिमला देवी, रूपा देवी, देवकी देवी, शीला देवी, दीपा देवी एवं श्रमयोग टीम से अनीता, उमा, आसना, रेनुका, विजय, विक्रम, पंकज, राकेश, अजय कुमार एवं मंच के क्लस्टर पदाधिकारी उपस्थित रहे।