श्रमयोग पत्र ब्यूरो
11 जुलाई, सल्ट, अल्मोड़ा सल्ट विकास खंड के अनेक गाँवों में बिजली के लटकते व पेड़ों में उलझे तारों से आम जन-जीवन में खतरा मंडरा रहा है और किसी भी पल जानलेवा हादसा हो सकता है। बिजली के तार पेड़ों पर और जमीन के बहुत ही नजदीक लटक रहे है जो किसी भी वक्त ग्रामीणों की जान ले सकते है। गाँवों में खासकर महिलाऐं मवेशियाें के लिए अपने खेतों से या पेड़ों से हरी पत्तियाँ लाती है एवं ग्रामीण अपने मवेशियों को गाँव के पास ही चराने चुगाने के लिए ले जाते हैं।बिजली के ये लटक रहे तार मनुष्यों वह मवेशियों के लिए भारी खतरा हैं।
गिगड़े गाँव की महेश्वरी देवी ने बताया कि वे घास लेने उसी स्थान से जाती है जहाँ पर यह तार लटक रहे है। बरसात के मौसम में करंट लगने का खतरा और अधिक बढ़ता जा रहा है। बच्चे भी यहाँ खेलते हैं। अन्य ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार कहने पर भी विद्युत विभाग ने अभी तक इसके लिए कोई कार्यवाही नहीं की है।
इस परेशानी से निजात पाने के लिए गिगड़े गाँव में रचनात्मक महिला मंच के द्वारा गठित अमन शक्ति स्वयं सहायता समूह की महिलाआें ने 7 जुलाई को अपनी मासिक बैठक में यह तय किया कि अपर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इस समस्या से अवगत कराया जायेगा। इस क्रम में 8 जुलाई को अपर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बिजली के तारो की समस्या के समाधान के लिए आग्रह किया गया है। अब देखने वाली बात यह है की प्रशासन की नींद कब खुलेगी। किसी की जान जाने के बाद या उससे पहले।