श्रमयोग पत्र ब्यूरो
कुरुक्षेत्र, 22 अगस्त
इंडियन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट एसोसिएशन के तत्वाधान में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के उत्प्रेरण से कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के वरिष्ठ माध्यमिक आदर्श विद्यालय के प्रांगण में तीन दिवसीय *ज्योति विज्ञान* (विज्ञान मेला) का आयोजन किया गया। इस मेले का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक चेतना का विकास करना और उनकी जिज्ञासा को प्रोत्साहित करना है।
मुख्य अतिथि प्रो. सुनीता दलाल ने कहा, “विज्ञान हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। यह हमारे आसपास हर जगह मौजूद है, जैसे कि सब्जियों की सफाई, हाथों की स्वच्छता और वायरस से बचाव के उपाय। बच्चों में नई चीजें जानने की जिज्ञासा होनी चाहिए, क्योंकि विज्ञान में खोज की अनगिनत संभावनाएं हैं।”
स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. सुखविन्द्र सिंह ने कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि प्रो. सुनीता दलाल, इरादा के सचिव राजपाल पांचाल, और विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रमुख वैज्ञानिकों का स्वागत किया, जिनमें उत्तराखंड से राकेश उपाध्याय, भिवानी से रणसिंह, लखनऊ से कृष्ण कुमार राय, प्रयागराज से प्रमोद मिश्रा, अल्मोड़ा से विक्रम, सहारनपुर से संदीप, देहरादून से बृज मोहन शर्मा, मेरठ से मनोज कुमार और सुनीता सैनी शामिल थे।
इस विज्ञान मेले में बच्चों की वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के लिए विभिन्न स्टॉल लगाए गए थे, जिससे बच्चे बहुत उत्साहित थे। विशेष रूप से, विक्रम और प्रयाग ने चल तारामंडल के माध्यम से बच्चों को तारों की जानकारी दी, जबकि कृष्ण कुमार राय ने कठपुतली के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतों को सरलता से समझाया।
डॉ. सुखविन्द्र सिंह ने कहा, “विज्ञान के माध्यम से छात्र अपने जीवन को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि विज्ञान के प्रयोग भी महत्वपूर्ण हैं। इस विज्ञान मेले से छात्रों को बहुत कुछ सीखने का अवसर मिलेगा।” मंच का संचालन श्रीमती नितिका वशिष्ठ और श्रीमती अंचला भारद्वाज ने किया।
मेले के पहले दिन, वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने मिलावट के बारे में, जितेंद्र भटनागर ने हाथ की सफाई, संदीप ने बिजली के उपकरणों के बारे में, और मनोज कुमार ने रॉकेट का प्रदर्शन कर छात्रों को अचंभित किया। आईटीटीआर के छात्रों ने भी मेले का अवलोकन किया, और स्कूल के छात्रों ने भिन्न-भिन्न विषयों पर आधारित मॉडलों का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर विधि विभाग के प्रो. दलीप कुमार, प्रो. सुमन ढांडा, प्रो. नीरा राघव, अनिता चौधरी, और विभिन्न स्कूलों से आए शिक्षकगण, स्कूल के सभी शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारी उपस्थित थे।