साइबर ठगी से बचें

सुनीता देवी अध्यक्षा, रचनात्मक महिला मंच

आप सभी इस बात से अवगत होंगे कि साइबर अपराध एक नये तरह का ऑनलाइन अपराध चल रहा है। आज हमारे पास आधुनिक संसाधन हो चुके हैं, पर आधुनिक संसाधनों के साथ-साथ उनसे जुड़ी समस्याएं भी आ रही हैं। कई लोग इन संसाधनों का गलत उपयोग कर रहे हैं जिसके लिए हमें सतर्क और जागरूक होना आवश्यक है। साइबर अपराध में गैरकानूनी रूप से किसी की निजी जानकारी प्राप्त करना, जानकारी मिटाना, उसका गलत इस्तेमाल करना, उसमें फेरबदल करना, ऑनलाइन बैंक खाते में से पैसे चुराना आदि है।
इससे जुड़ी एक घटना हाल ही में हमारे पड़ोसी गांव में एक व्यक्ति के साथ हुई है। सबसे पहले उन्हें वाट्सएप में एक लाटरी का मेसेज आया, जिसमें उन्हें पच्चीस लाख लाॅटरी लगने की जानकारी मिली। फिर वाट्सएप पर ही काॅल भी आयी कि आप सबसे पहले पहचान प्रमाणपत्र भेजें। उसके बाद कहा गया की आपका सत्यापन हो चुका है अब जिस खाते में रुपये भेजने हैं उसकी जानकारी साझा करें। फिर उसके बाद उनके ओर से कहा गया की हम पच्चीस लाख आपको भेज रहे हैं किंतु इसमें सरकार का तीस प्रतिशत टैक्स कटेगा, जिसे आप पहले ही जमा कर दो वे 30-30 हजार करके उसे रुपये भेजते रहे, जब तक की उनके खाते का बेलेन्स शून्य नहीं हो गया। पता चला की उनके 150000 रुपये चले गये हैं, किंतु लाॅटरी के रुपये अभी तक नहीं आये, इतने में जिसने मेसेज भेजा था उसने अपना नंबर बंद कर लिया और इनको ब्लाॅक कर दिया। उन्होंने बैंक मैनेजर को कॉल किया और सारी बात बतायी। उन्होंने कहा कि हम अभी आपका खाता लॉक कर देते हैं, अगर उसके पास पूरा पैसा नहीं गया होगा तो, लेकिन चला गया होगा तो कुछ नहीं हो सकता, फिर भी उन्हें बैंक मैनेजर ने 90 दिन का इंतजार करने को कहा है आगे देखते हैं फिर क्या होता है। इसलिए मेरा आप सभी से अनुरोध है कि अगर आपको भी ऐसा फोन या मेसेज आता है तो कृपया सतर्क रहें किसी को भी ऐसे अपनी पूरी जानकारी न दें।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top