
भूस्खलन-संवेदनशील उत्तराखंड
आसना, सल्ट (अल्मोड़ा) मानसून सीजन शुरू हो गया है। अब वर्षा होने से जहाँ एक और गर्मी से राहत मिली है तो दूसरी और पहाड़ों में भूस्खलन की खबरें आने लगी हैं जबकि अभी मानसून सीजन की शुरुआत ही हुई है। मौसम विभाग की वेबसाइट के अनुसार उत्तराखंड में 1 जुलाई से आज 17 जुलाई तक 302 मीमी वर्षा हो चुकी है। राज्य में वर्षा की शुरुआत कहीं मूसलाधार वर्षा से हुई तो कहीं बदल फटने की ख़बरें भी आयी। जगह-जगह भूस्खलन होने से भारी मात्रा में मलवा सड़कों पर आ गया, इस वजह से

जंगलों में आग आज वैश्विक चिंता का विषय है
शंकर दत्त बहुत से अध्ययन बता रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन ने हाल के वर्षों में दुनियाभर में जंगलों में आग लगने की घटनाओं की आवृत्ति और तीव्रता में वृद्धि की है। बढ़ते तापमान, लंबे समय तक सूखा और भारी वर्षा आग के फैलने और तीव्र होने के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाती हैं। वनों की कटाई, भूमि उपयोग में परिवर्तन और आकस्मिक प्रज्वलन सहित मानवीय गतिविधियों से यह समस्या और भी बढ़ जाती है। हाल के आँकड़े बताते हैं कि जंगल की आग का जलवायु, पशुधन, मानव जीवन, वन्य जीवन और संपत्ति पर गम्भीर प्रभाव

पेड़ों की लॉपिंग न होना एवं सड़कों में गड्ढे दुर्घटना का कारण
उमा, फील्ड रिपोर्टर 13 जुलाई, मौलेखाल (सल्ट) अल्मोड़ा जिले के सल्ट ब्लॉक में पिछले दो माह में पांच वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। जिसमे एक बुजुर्ग महिला व् छोटे बच्चे की मौत हो गई व कई लोग घायल हुए। वाहन चालकों का कहना है कि सल्ट ब्लॉक के आतंरिक मार्गों में पेड़ों की लॉपिंग न होने की वजह से सामने से आने वाले वाले वाहन नजर नहीं आ रहे हैं, जिस वजह से दुर्घटना हो रही है। साथ ही सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, जिसकी वजह से आये दिन वाहन दुर्घटनाएं हो रही हैं

बरसात में फंगल इन्फेक्शन से सावधान!!
शंकर दत्त बरसात का मौसम आते ही फंगल इन्फेक्शन की समस्या बढ़ जाती है। हवा में नमी और धूप की कमी की वजह से यह मौसम फंगल संक्रमणों के बढ़ने के लिए उपयुक्त होता है। हवा में लगातार नमी के कारण, त्वचा पर हमेशा पसीने की एक परत बनी रहती है, जो कई प्रकार के फंगल इन्फेक्शन के प्रति हमें संवेदनशील बनाता है। बरसात के मौसम में होने वाली इन फंगल संक्रमण की वजह से पैर की उंगलियों के बीच की त्वचा, कमर का हिस्सा, आंतरिक जांघें, और आंखें भी प्रभावित हो सकती हैं। बरसात के इस मौसम में सामान्य संक्रमण

झूलते बिजली के तारों से, जान का ख़तरा
श्रमयोग पत्र ब्यूरो 11 जुलाई, सल्ट, अल्मोड़ा सल्ट विकास खंड के अनेक गाँवों में बिजली के लटकते व पेड़ों में उलझे तारों से आम जन-जीवन में खतरा मंडरा रहा है और किसी भी पल जानलेवा हादसा हो सकता है। बिजली के तार पेड़ों पर और जमीन के बहुत ही नजदीक लटक रहे है जो किसी भी वक्त ग्रामीणों की जान ले सकते है। गाँवों में खासकर महिलाऐं मवेशियाें के लिए अपने खेतों से या पेड़ों से हरी पत्तियाँ लाती है एवं ग्रामीण अपने मवेशियों को गाँव के पास ही चराने चुगाने के लिए ले जाते

स्वास्थ्य स्वावलंबन – माहवारी पर चर्चा
आसना स्वास्थ्य स्वावलंबन के तहत हम सदस्याओं से माहवारी के विषय में भी बात कर रहे हैं। माहवारी के दौरान महिलाओं की दिनचर्या पर बात कर रहे हैं कि उन दिनों वो क्या करती हैं, क्या खाती हैं आदि। सदस्याएं बताती है कि उनको शुरु के तीन दिन अपने कमरे से अलग दूर रहना होता है और दूध से बनी हुई चीजें या दूध उनको नहीं दिया जाता। महिलाएं आमतौर पर सूती कपड़ा उपयोग करती हैं। माहवारी के दौरान स्वच्छता के विषय पर महिलाओं के साथ अभी बहुत कुछ किया जाना बाकि है। हम इसे

