गठबंधन सरकार-मजबूत विपक्ष
संपादकीय देश की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। जनता ने इस बार किसी एक दल को बहुमत न देकर गठबंधन सरकार का जनादेश दिया है। इस चुनाव परिणाम की दूसरी महत्वपूर्ण बात विपक्ष का मजबूत होना रहा। चुनाव परिणामों ने चुनाव के बाद गैर जिम्मेदार मीडिया द्वारा प्रस्तुत चुनाव परिणाम के अनुमानों को भी पूरी तरह नकार दिया। हालाँकि यह उम्मीद करना जल्दबाजी ही होगी कि इन परिणामों के बाद मीडिया लोकतंत्र में अपनी जिम्मेदार भूमिका को समझेगा। लोकतंत्र की यही खूबी है। लोकतंत्र निरंकुश शासन व तानाशाही को कतई बर्दाश्त नहीं करता।
भारी बरसात से मोहान स्तिथ बद्रीनाथ मुख्य मार्ग पुल टूटा
श्रमयोग पत्र ब्यूरो अल्मोड़ा। विगत एक सप्ताह से हो रही तेज बारिश के कारण खैरना मोहान चौड़ीघट्टी मोटर मार्ग KM 105 पर बना ब्रिटिश कालीन पुल धस गया । जिसका आज जिलाधिकारी विनीत तोमर ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंच कर क्षतिग्रस्त पुल पर पहुंचकर जायजा लिया। साथ ही पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से रानीखेत से रामनगर वैकल्पिक मार्ग आदि की जानकारी ली । जिलाधिकारी महोदय ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से पुल को ठीक करने के संबंध में जानकारी प्राप्त की। आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों
वन कर्मियों की जिन्दगी लीलती जंगलों की आग
शंकर दत्त उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में 13 जून को एक दुखद घटना घटी। यहाँ बिन्सर वन्यजीव अभ्यारण्य क्षेत्र के जंगल में भीषण आग लग गई, आग बुझाने का प्रयास करते हुए वन विभाग के चार कर्मियों की मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, आग इतनी भयंकर थी कि कर्मचारी तुरंत ही आग की लपटों में घिर गए और गंभीर रूप से झुलस गए। उल्लेखनीय है कि इस साल इस घटना से पहले भी तीन अलग-अलग घटनाओं में फ्रंटलाइन वन कर्मचारी जंगल की आग में अपनी जान गंवा चुके हैं। जिससे जंगल की आग से
भारी वर्षा के चलते झिमार गांव में भूस्खलन
उमा सल्ट ब्लॉक के ग्राम झिमार में लगातार 2 दिन से हो रही बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। गांव के मध्य से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर ऊपर पहाड़ी से नीचे गधेरे तक हुए भूस्खलन से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। भूस्खलन से रास्ता भी बंद हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि आज से लगभग 30 वर्ष पूर्व भी बीच गांव में ऐसी ही घटना घटी थी। ग्रामीण भय में हैं। यह घटना रात में घटी इसलिए किसी को दुर्घटना का सामना नहीं करना पड़ा। भूस्खलन से उस जगह पर कई
सल्ट व नैनीडांडा विकास खण्डों में चलेगा स्वास्थ्य स्वावलंबन अभियान
श्रमयोग पत्र ब्यूरो मोलेखाल, 6 जुलाई। आज मोलेखाल स्थित ब्लॉक सभागार में रचनात्मक महिला मंच की त्रैमासिक बैठक में स्वास्थ्य स्वावलंबन अध्ययन यात्रा के अनुभव साझा किये गए व अध्ययन यात्रा की सीखों के आधार पर आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य के विषय पर जागरूकता बहुत जरूरी है। बैठक में बोलते हुए रचनात्मक महिला मंच की अध्यक्षा सुनीता देवी ने कहा कि अध्ययन यात्रा के दौरान हमें स्वास्थ्य के अनेक पहलुओं को समझने में मदद मिली। संरक्षिका निर्मला देवी ने कहा कि स्वास्थ्य की जागरूकता व चेतना के लिए दीर्घकालीन कार्यक्रम
कैसे करें लू से बचाव
शंकर दत्त हमारा शरीर एक निश्चित तापमान में साम्य संतुलन में रहता है, जिसे हम शरीर का प्राकृतिक तापमान भी कहते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार मानव शरीर का प्राकृतिक तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस रहता है जो 98.6 डिग्री फारेनहाइट के बराबर होता है। अगर शरीर का तापमान इससे अधिक बढ़ता है तो हमारे शरीर का आंतरिक तंत्र ‘होमियोस्टैसिस‘ उसे वापस इसी प्राकृतिक तापमान पर लाने की कोशिस करता है। विषय विशेषज्ञ बताते हैं कि अधिकतम तापमान जिस पर मनुष्य जीवित रह सकता है वह 108.14 डिग्री फारेनहाइट या 42.3 डिग्री सेल्सियस है। शरीर में आंतरिक