
प्रोबायोटिक्स
शंकर दत्त प्रोबायोटिक्स जीवित बैक्टीरिया और यीस्ट हैं जिन्हें कई बीमारियों को रोकने में फायदेमंद माना जाता है। इन्हें आमतौर पर दही के रूप में खाया जाता है और इन्हें ‘अच्छे बैक्टीरिया‘ भी कहा जाता है। प्रोबायोटिक्स के बारे में कहा जाता है कि ये आंत में बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखते हैं, जब यह संतुलन लंबे समय तक एंटीबायोटिक के इस्तेमाल या पेट संबंधी बीमारी के कारण बिगड़ जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 2001 की परिभाषा के अनुसार, प्रोबायोटिक्स ‘जीवित सूक्ष्मजीव हैं, जो पर्याप्त मात्रा में दिए जाने पर मेजबान को

यूसर्क के सहयोग से प्रसंस्करण व उद्यमिता विकास केंद्र प्रारम्भ
11 फरवरी, मौलेखाल, सल्ट, अल्मोड़ा हिनोला (मौलेखाल) में आज श्रमयोग व रचनात्मक महिला मंच के केंद्र पर उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) के सहयोग से प्रसंस्करण व उद्यमिता विकास केंद्र का प्रारम्भ किया गया। इस अवसर पर रचनात्मक महिला मंच की अध्यक्ष सुनीता देवी ने कहा कि हम लंबे समय से इसके लिए प्रयासरत थे। यूसर्क के सहयोग व श्रमयोग के प्रयासों से अब यह संभव हुआ है। मंच की संरक्षक निर्मला देवी ने यूसर्क का धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे महिलाओं की आमदनी में इज़ाफ़ा होगा। इस अवसर पर श्रमयोग के शंकर दत्त ने

नगरपालिका चुनाव 2025: नागरिक संगठनों ने उठाए 11 प्रमुख मुद्दे
देहरादून देहरादून, 17 जनवरी, संयुक्त नागरिक संगठन, स्पेक्स, गति संस्था, श्रमयोग, इकोग्रुप सोसाइटी, मंथन संस्था, शेल कला एवं ग्रामीण विकास समिति, टार्न, मोनाल फाउंडेशन, संरक्षण संस्था, निश्चय सोसाइटी, उमंग फाउंडेशन ने उत्तराखंड नगरपालिका और नगर निगम चुनावों में राजनीतिक पार्टियों से चुने जाने पर महत्वपूर्ण मुद्दों पर कार्रवाई का आश्वासन मांगा है। उक्त संस्थाएँ लंबे समय से खाद्य मिलावट, पानी की गुणवत्ता, वर्षा जल संग्रहण, ऊर्जा दक्षता , सोलर इलेक्ट्रिसिटी, वायु प्रदूषण, नदी प्रदूषण, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों के लिए फुटपाथ, साइकिल लेन का निर्माण और नगरीय वनीकरण को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर

नेहरू ने यह चिट्ठी इंदिरा को जेल से लिखकर भेजी थी, जब वह 11 साल की थीं
बाल दिवस पर विशेष मनीषा पाण्डे आजादी की लड़ाई के दौरान जवाहरलाल नेहरू ने कई साल जेल में गुजारे। अपनी किताब ‘डिसकवरी ऑफ इंडिया’ नेहरू ने अपने जेल प्रवास के दौरान ही लिखी थी। ये वो वक्त था, जब इंदिरा बहुत छोटी थीं और उनकी मां कमला नेहरू तपेदिक की बीमारी से ग्रस्त होने के कारण इलाहाबाद वाले घर से दूर नैनीताल के पास भुवाली के एक सेनोटोरियम में एडमिट थीं। नेहरू इस दौरान जेल से इंदिरा को लंबे-लंबे खत लिखा करते थे। इन खतों में हालचाल के अलावा देश-दुनिया के बारे में, मानव इतिहास

भारत को पहले ग्लोबल नेचर कंज़र्वेशन इंडेक्स 2024 में 176वां स्थान मिला
श्रमयोग पत्र ब्यूरो भारत को हाल ही में जारी किए गए पहले ग्लोबल नेचर कंज़र्वेशन इंडेक्स 2024 में 180 देशों में से 176वां स्थान प्राप्त हुआ है, जो कि विश्व में सबसे कम रैंक वाले देशों में से एक है। यह इंडेक्स अक्टूबर 2024 में गोल्डमैन सोनेनफेल्ड स्कूल ऑफ़ सस्टेनेबिलिटी एंड क्लाइमेट चेंज, बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ़ द नेगेव, इज़राइल, और गैर-लाभकारी संगठन BioDB.com द्वारा संयुक्त रूप से जारी किया गया है। यूरोपीय देश लक्ज़मबर्ग ने इस सूची में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया, जबकि प्रशांत महासागर के द्वीप राष्ट्र किरिबाती सबसे निचले पायदान पर रहा। ग्लोबल

पर्यावरण प्रहरी सम्मान समाज की तरफ से कृतज्ञता है – डॉ0 शर्मा
5 अक्टूबर, देहरादून। दून लाइब्रेरी एवं शोध संस्थान देहरादून में आज पर्यावरण प्रहरी सम्मान- 2024 कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पर्यावरण प्रहरियों को उनके कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में विद्यार्थियों, स्वच्छता कर्मियों, समाज सेवकों, नगर निगम पार्षदों तथा सुपरवाइजरों को पर्यावरण एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अनुराग शर्मा, राजेश शंकर बिट्टू, नंदिनी शर्मा, संगीता गुप्ता, सुनील राणा, सुधा उपाध्याय, तेजपाल, मोहित, अजय, महेश जोशी, दीपक, ऋषभ रावत एवं पर्यावरण मित्र गुड्डी देवी, सविता वाल्मीकि, राजू बाल्मीकि , नवराज, सरिता, कविता, शन्नो देवी, मोनू,

