निर्मला देवी संरक्षक, रचनात्मक महिला मंच

रचनात्मक महिला मंच ने 2024 में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर संघर्ष किया और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाई। महिला सुरक्षा, सार्वजनिक परिवहन की समस्याएं, और वन्यजीवों के बढ़ते खतरे जैसे विषयों पर मंच ने लगातार काम किया। मंच द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर सरकार ने संज्ञान लिया और आवश्यक सुधारों की दिशा में कदम उठाए। उदाहरण के तौर पर, गढ़वाल बस हादसे को लेकर मंच द्वारा ज्ञापन सौंपने के बाद सरकार ने बसों की संख्या बढ़ाई और सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया।
आने वाला वर्ष 2025 मानव और वन्यजीव संघर्ष के लिहाज से एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में बाघ और हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है। दिनदहाड़े अकेले सफर करना मुश्किल होता जा रहा है। यह समस्या सिर्फ पहाड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश में यह संकट गहराता जा रहा है। रचनात्मक महिला मंच ने संकल्प लिया है कि 2025 में इस मुद्दे को लेकर सरकार तक और अधिक प्रभावी तरीके से आवाज पहुंचाई जाएगी। मंच का लक्ष्य है कि वन्यजीवों से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों और इस समस्या का स्थायी समाधान निकले।
महिलाओं की सुरक्षा भी एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। देशभर में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों को देखते हुए मंच ने ठोस कदम उठाने का फैसला किया है। मंच का मानना है कि जब भी उसने महिलाओं के मुद्दों पर संगठित होकर संघर्ष किया, तब सरकार ने तुरंत संज्ञान लिया और कार्रवाई की। यही कारण है कि 2025 में भी महिला सुरक्षा को मंच के प्राथमिक मुद्दों में शामिल किया जाएगा।
संघर्ष जारी रहेगा। रचनात्मक महिला मंच ने हमेशा सामाजिक न्याय और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया है और आगे भी करेगा। 2025 में मंच अपने संगठन के साथ और अधिक मजबूती से आगे बढ़ेगा, सरकार से अपनी मांगें पूरी करवाएगा, और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कार्य करता रहेगा।